प्रकृति माँ का रूप है, इसकी रक्षा करना हमारा धर्म - पुष्कर डांगी, राष्ट्रपति से सम्मानित प्राध्यापक व भामाशाह पुष्कर डांगी का स्कूल की एक दिन 1 रुपया दान योजना की आजीवन सदस्यता ग्रहण करने पर किया सम्मान...
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बंशीलाल धाकड़ राजपुरा
Updated : June 06, 2025 04:55 PM

बड़ीसादड़ी। प्रकृति मां का रूप है और इसकी रक्षा करना हमारा धर्म है। यह बात विश्व पर्यावरण दिवस पर देवदा विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुंगाना राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राध्यापक (बायोलॉजी) पुष्कर डांगी ने कही। महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मानित व देवदा विद्यालय के पूर्व छात्र पुष्कर डांगी ने कहा कि हमारा जीवन प्रकृति का अनमोल उपहार है। जिस प्रकार से मां अपने को जन्म दे कर पालन - पोषण करती है। ठीक उसी प्रकार से धरती मां के विभिन्न प्रकार के उत्पादों से हमारा जीवन निर्वाह आसान होता है। संसार में समस्त जीवों का जीवन प्रकृति पर निर्भर करता है। प्रकृति के इन अनमोल उपहारों को हमें दूषित होने से बचाना है। जल, जमीन, जंगल और हवा को हर हाल में प्रदूषित होने से बचाना होगा। विकास की अंधी दौड़ में हम प्रकृति का बुरी तरह से दोहन करने लग गये हैं। जिसका परिणाम आने वाले समय में मानव जाति सहित समस्त निर्दोष जीवों व जंतुओं को भी भुगतनाना पड़ेगा। पेड़ों का महत्व बताते हुए मुख्य अतिथि डांगी ने कहा की पेड़ हमारे प्राणों के आधार है। ये फल फूल व औषधियों के साथ जीवदायिनी शुद्ध ऑक्सीजन भी उपलब्ध कराते हैं। पेड़ - पौधे लगाना महत्वपूर्ण है, उससे भी महत्वपूर्ण है, उन्हें बड़ा करना। जितने भी पेड़ लगाया जाएं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। तब ही देश में वृक्षारोपण अभियान के अनुकूल व सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे। पास के फाचर गांव के निवासी प्राध्यापक पुष्कर डांगी ने तीन वर्ष तक इसी विद्यालय में अध्ययन किया। जिसकी दक्षिणा स्वरूप इन्होंने स्कूल की "एक दिन एक रुपया योजना' की आजीवन सदस्यता ली। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विनायका प्रशासक राजकुमार जाट ने जल के अपव्यय को रोकने की अपील करते हुए कहा कि जल है तो कल हैं। जल का उपयोग हमें सीमित एवं संयमित तरीके से करना चाहिए। प्रशासक जाट ने कहा कि भजनलाल सरकार की ओर से भी छोटे-छोटे एनीकट एवं बड़े बांध बनवा कर भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासक जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यावरण को लेकर भजन लाल सरकार बहुत ही गंभीर एवं सार्थक प्रयास कर रही है। इसी के तहत इस वर्ष सभी नागरिकों, विद्यार्थियों और कार्मिकों के विशेष सहयोग से 11 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्या रखा गया है। कार्यक्रम को आयुष विभाग के कंपाउंडर राजकुमार पुष्करणा ने औषधीय पौधे का महत्व बताते हुए अपने घरों में अथवा खेत पर औषधीय व फलदार पौधे लगाने पर बल दिया। कार्यक्रम को भरत जाट व राजेंद्र कुमार शर्मा ने भी संबोधित किया। समारोह में राष्ट्रपति से सम्मानित व्याख्याता पुष्करलाल डांगी व पर्यावरण के क्षेत्र में अनूठा कार्य करने वाले शिक्षक पूरणदास वैष्णव का प्रशासक राजकुमार जाट, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष उदयलाल सुथार, सत्संगी मांगीलाल सुथार व शिक्षक राजू लाल सुथार ने पगड़ी व उपरना पहना कर सम्मान किया। राष्ट्रपति से सम्मानित व्याख्याता पुष्करलाल डांगी ने विद्यालय में चल रही "एक दिन 1 रुपया दान योजना" की आजीवन सदस्यता ग्रहण करते हुए 1 वर्ष की राशि भी जमा कर दी। स्कूल के विकास को पोषित करने वाली इस अनूठी योजना की आजीवन सदस्यता ग्रहण करने पर उपस्थित सभी अतिथियों ने तालियां बजा कर स्वागत किया। आपको बता दें कि देवदा विद्यालय विकास के लिए गांव का प्रत्येक परिवार एक दिन का 1 रुपया दान निकालता है। अब तक जन सहयोग से विद्यालय में 18 लाख से भी अधिक के विकास कार्य हो चूके हैं। संस्था प्रधान महेंद्र कुमार जैन ने विद्यालय को सहयोग करने वाले भामाशाह पुष्कर डांगी को साधुवाद दिया। संस्था प्रधान जैन ने बरसात होते ही एक पेड़ मां के नाम लगाने का संदेश दिया। भामाशाह एवं गांव के विशेष सहयोग से सरकारी स्कूल में सीसीटीवी कैमरे, ऑनलाइन अध्ययन के लिए कक्षाओं में स्मार्ट टीवी, ऑटोमेटिक कालांश बेल, स्वच्छ वॉशरूम, कम्यूटर, घर जैसा किचन, पानी को दो टंकियां, स्नान घर, वॉटर कुलर कम फिल्टर, सुंदर भव्य दरवाजा, फिसलन पट्टी, झुले, राजमहल की तर्ज पर बनी बाउंड्री एवं सैकड़ों पेड़ों की गहरी हरियाली जैसी सुविधाओं से स्कूल सज्जित है। पर्यावरण प्रेमी जगदीश शर्मा ने कहा कि पेड़ लगाने से विशेष रुप से 5 फायदें होते हैं। पहला ऑक्सीजन के जरिए मानव जीवन को बचाता है। दूसरा मिट्टी के क्षरण को रोकता है। जमीन से मिट्टी को बांधे रखता है। भू जल स्तर को बढ़ाने में सबसे ज्यादा मदद करता है। इसके अलावा यह वायुमंडल के तापक्रम को कम करता है। पेड़ों से आच्छादित जगह पर दूसरी जगहों की अपेक्षा 3 से 4 डिग्री तक का तापमान भी कम रहता है। इसलिए अपने जन्म दिन कैक काट कर नहीं बल्कि पेड़ लगा कर मनाना चाहिए। अपने आस - पास ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और बड़ा होने तक उनकी सार संभाल करते रहें। वृक्षारोपण के लिए 50 फलदार व छायांदार पौधे जगदीश शर्मा नीमच नर्सरी ला कर स्कूल को भेंट किये। अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण के बाद गुरुवार को सांय 6:30 बजे रखे इस कार्यक्रम में बोहेड़ा के शिक्षक भरत कुमार टेलर, आयुष विभाग के राजकुमार पुष्करणा, सत्संगी मांगीलाल सुथार, शिक्षक राजू लाल सुथार, एसएमसी अध्यक्ष उदयलाल सुथार, भेरूलाल सुथार, भरत जाट शिक्षक पूरणदास वैष्णव, छात्र पुष्कर रावत, विनोद रावत व शारीरिक शिक्षक जगदीश शर्मा आदि मौजूद थे।