सामाजिक एकता ही राष्ट्र विकास का प्रमुख आधार-आईजी दत्ता, आईजी की मौजूदगी से बढ़ी खण्डेलवाल स्मृति काव्य संध्या की गरिमा...
धार्मिक

अर्जुन जयसवाल नीमच
Updated : May 19, 2025 09:16 PM

नीमच। जिस देश का सैनिक सीमा पर जागरूक होकर सुरक्षा करता है उस देश के नागरिक चैन की नींद सोते हैं। देश के नागरिकों में यदि एकता होती है तो उसे देश के दुश्मन को समाप्त करना बहुत सरल होता है। सामाजिक एकता ही राष्ट्र विकास का प्रमुख आधार होती है। यह बात सीआरपीएफ के महानिरीक्षक संदीप दत्ता ने लोकतंत्र रक्षक और वरिष्ठ पत्रकार स्व. गोपाल जी खंडेलवाल की 13वीं पुण्यतिथि के अवसर पर राष्ट्र को समर्पित काव्य संध्या आयोजन के दौरान बतौर मुख्यातिथि कही। आईजी दत्ता ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि भारत के स्वतंत्रता क्रांति की पहली गोली नीमच में चली थी और यही नीमच की क्रांति पूरे देश में एकता के साथ फैली और देश अंग्रेजों के अत्याचार से आजाद हुआ था। सामाजिक संगठन में रहते हुए एकता के साथ पीड़ित मानवता की सेवा करना भी देश की सेवा के समान ही सेवा होती है जो नगर समस्या सुझाव ग्रुप लगातार कर रहा है। नीमच नगर पालिका अध्यक्ष स्वाती चौपड़ा ने कहा कि जिस पुत्र पर पिता के संस्कारों की छाया होती है वह जीवन के हर क्षेत्र में सफल होता है। पिता के उपदेशों पर जो पुत्र चलता है वह सदैव महान व्यक्ति बनकर औरों के लिए भी प्रेरणा बनता है। एनएसएसजी ग्रुप सकारात्मक सोच के साथ नगर की समस्याओं को निराकरण में सदैव अग्रणी रहता है यह भी एक प्रकार की समाज सेवा है। नगर के विकास में यह ग्रुप अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है जो पूरे देश के लिए गौरव की बात है।
ग्रुप एडमिन गरिमा उस समय और बढ़ गई जब यह जानकारी मिली कि सीआरपीएफ के आईजी (महानिरीक्षक) स्वयं इस आयोजन में उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति न केवल आयोजन को सम्मान प्रदान करेगी, बल्कि राष्ट्रभक्ति से जुड़े इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को नई प्रेरणा भी देगी।
ग्रुप एडमिन विवेक खण्डेलवाल सोनू ने स्वागत भाषण, ग्रुप के सेवा प्रकल्प के साथ ही अपने जीवन संस्मरण सुनाते हुए पिताजी की याद में उनके उपदेशों से प्रेरणा लेकर निरंतर सेवा कर्यो में लगे रहने की बात कही। इस अवसर पर आईजी संदीप दत्ता, रजनी दत्ता, नगर पालिका अध्यक्ष स्वाती चोपड़ा, भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष वंदना खण्डेलवाल, श्रीमती वीणा गोपाल खण्डेलवाल मंच पर आसीन थे। इस अवसर पर सीआरपीएफ के महानिरीक्षक संदीप दत्ता का साफा बांधकर एवं धर्मपत्नी रजनी दत्ता का स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किया गया। सम्मान प्रमाण पत्र का वाचन विवेक खंडेलवाल ने किया। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों, कवियों एवं गीतकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार व कवि प्रमोद रामावत प्रमोद ने किया तथा आभार डॉक्टर माधुरी चौरसिया ने व्यक्त किया। कवि सम्मेलन में देशभक्ति की कविताएं छाई रही.... कवि सम्मेलन में सर्वप्रथम साहित्यकार कवि प्रमोद रामावत प्रमोद ने प्राणों से राष्ट्र बड़ा होता है हम मिलते हैं तो राष्ट्र खड़ा होता है। कवि धर्मेंद्र शर्मा ने ले आए सिंदूर का बदला देख ले दुनिया सारी, कवियत्री श्रीमती पंकज धींग ने शिखर को छू रहा नया भारत बनाना है, दिव्या सोलंकी ने वंदे मातरम का आगाज है सिंदूर, कवियत्री वंदना योगी ने है धरती धूल चंदन और यह सिंदरी गगन, कवि गिरिराज गंभीर ने रोम रोम मेरा हर पल वंदे मातरम गाता है चीन की चतर-पटर चीन को चिंगम बनाकर चबा देंगे हम देश भक्ति की कविता प्रस्तुत की। ज्ञानोदय स्कूल की संचालिका गरिमा चौरसिया ने कहा कि हम जब भी एक दूसरे से मिले तो वंदे मातरम कहे। करचौरसिया ने मेरा देश बदल रहा है कविता पढ़ी। कवियत्री रेणुका व्यास ने यह धरती हिंदुस्तान की एवं कवि महिपाल सिंह चौहान ने देश भक्ति की कविताऐं सुनाई।
इस दौरान राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत गायन भी हुआ जिसमें संगीत के प्रोफेसर संजय बिजोलिया ने वतन पर जो फिदा होगा अमर वो नौजवान होगा व रिंकी राठौड़ ने ए वतन मेरे आबाद रहे तू व हर्षिता सोनी ने ए मेरे वतन के लोगों गीत की खूबसूरत प्रस्तुति दी।
ग्रुप एडमिन गरिमा उस समय और बढ़ गई जब यह जानकारी मिली कि सीआरपीएफ के आईजी (महानिरीक्षक) स्वयं इस आयोजन में उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति न केवल आयोजन को सम्मान प्रदान करेगी, बल्कि राष्ट्रभक्ति से जुड़े इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को नई प्रेरणा भी देगी।
ग्रुप एडमिन विवेक खण्डेलवाल सोनू ने स्वागत भाषण, ग्रुप के सेवा प्रकल्प के साथ ही अपने जीवन संस्मरण सुनाते हुए पिताजी की याद में उनके उपदेशों से प्रेरणा लेकर निरंतर सेवा कर्यो में लगे रहने की बात कही। इस अवसर पर आईजी संदीप दत्ता, रजनी दत्ता, नगर पालिका अध्यक्ष स्वाती चोपड़ा, भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष वंदना खण्डेलवाल, श्रीमती वीणा गोपाल खण्डेलवाल मंच पर आसीन थे। इस अवसर पर सीआरपीएफ के महानिरीक्षक संदीप दत्ता का साफा बांधकर एवं धर्मपत्नी रजनी दत्ता का स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किया गया। सम्मान प्रमाण पत्र का वाचन विवेक खंडेलवाल ने किया। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों, कवियों एवं गीतकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार व कवि प्रमोद रामावत प्रमोद ने किया तथा आभार डॉक्टर माधुरी चौरसिया ने व्यक्त किया। कवि सम्मेलन में देशभक्ति की कविताएं छाई रही.... कवि सम्मेलन में सर्वप्रथम साहित्यकार कवि प्रमोद रामावत प्रमोद ने प्राणों से राष्ट्र बड़ा होता है हम मिलते हैं तो राष्ट्र खड़ा होता है। कवि धर्मेंद्र शर्मा ने ले आए सिंदूर का बदला देख ले दुनिया सारी, कवियत्री श्रीमती पंकज धींग ने शिखर को छू रहा नया भारत बनाना है, दिव्या सोलंकी ने वंदे मातरम का आगाज है सिंदूर, कवियत्री वंदना योगी ने है धरती धूल चंदन और यह सिंदरी गगन, कवि गिरिराज गंभीर ने रोम रोम मेरा हर पल वंदे मातरम गाता है चीन की चतर-पटर चीन को चिंगम बनाकर चबा देंगे हम देश भक्ति की कविता प्रस्तुत की। ज्ञानोदय स्कूल की संचालिका गरिमा चौरसिया ने कहा कि हम जब भी एक दूसरे से मिले तो वंदे मातरम कहे। करचौरसिया ने मेरा देश बदल रहा है कविता पढ़ी। कवियत्री रेणुका व्यास ने यह धरती हिंदुस्तान की एवं कवि महिपाल सिंह चौहान ने देश भक्ति की कविताऐं सुनाई।
इस दौरान राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत गायन भी हुआ जिसमें संगीत के प्रोफेसर संजय बिजोलिया ने वतन पर जो फिदा होगा अमर वो नौजवान होगा व रिंकी राठौड़ ने ए वतन मेरे आबाद रहे तू व हर्षिता सोनी ने ए मेरे वतन के लोगों गीत की खूबसूरत प्रस्तुति दी।