राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है - दशरथ शर्मा, श्री राम कथा की अमृत ज्ञानगंगा प्रवाहित...
धार्मिक

अर्जुन जयसवाल नीमच
Updated : May 01, 2025 04:57 PM

नीमच :- मृत्यु शाश्वत सत्य है इसे सभी को स्वीकार करना चाहिए।श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा मृत्यु की कला सिखाती है। श्री राम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है। यह बात पंडित दशरथ शर्मा ने कही।वे बालाजी नवयुवक मंडल रामपुरा दरवाजा जावद के तत्वाधान में नो दिवसीय अमृत कलश स्थापना महोत्सव एवं श्री राम कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु सामाजिक बुराई के अंधेरे को दूर करते हैं। तीसरी लोग में धन संपत्ति नहीं धर्म कर्म का पुण्य धन ही काम आता है इसलिए सदैव पुण्य कर्म करते रहना चाहिए धर्म लक्ष्मी धन की रक्षा करता है। माता सीता ने अपनी सासू मां कौशल्या ,केकई ,और सुमित्रा तीनों के चरण दबाकर सेवा की थी जो आज भी अनूठी प्रेरणा है। कथा के वास्तविक मर्म पर प्रकाश डालते हुए पंडित शर्मा ने कहा कि ज्ञान भक्ति और शरणागति ज्ञान पुरुष भक्ति कोमल होती है। शरणागति बच्चे हैं।ज्ञान में अकड़ होती है ।शरणागति में सबकुछ होता है। तीनों से श्री राम मिलते हैं। ब्रह्म को जल्दी से पकड़ नहीं सकते है व्यक्ति अर्थात जनकपुर की महिलाएं एक महिला ने राम लक्ष्मण को देखा। लक्ष्मण को देखने लग गई थी। भारतीय पारंपरिक वेशभूषा को विदेशी लोग जोकर की तरह देखते हैं चिंतन का विषय है। श्री रामजी ने मर्यादा का संस्कार सिखाया था ।
कार्यक्रम का शुभारंभ राम दरबार पर पुजा अर्चना से हुआ। कथा में महिलाएं लाल पीले परिधानों मे सहभागी बनीं। श्री राम कथा में श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित विभिन्न भजनों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। श्री राम कथा में श्री राम जी की पूजा अर्चना की गई दशरथ महाराज श्री ने धनुष यज्ञ, ताड़का वध, सुखदेव मुनि, विश्वामित्र, हनुमान जी शंकर भगवान, तुलसी दास जी,जनक के कूल गुरु सत्यानंद, गुरु वशिष्ठ , राम ,शिव कथा, अहिल्याबाई गंगा नदी,सती पार्वती , अयोध्या कांड, ,ऋषि मुनि,वैद पुराण, सहित विभिन्न धार्मिक प्रसंगों के वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व पर प्रकाश डाला। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। आरती व रामायण पौथी पुजन में अल्हेड नपा सीएमओ शिव कुमार श्रीवास्तव, कपिल शर्मा नाथद्वारा, योगेश पालीवाल, नगर परिषद ,जावद अध्यक्ष सोहनलाल माली,सुचित सोनी,विमल नरवाडिया , दिनेश सोलंकी, पुरन चन्देल,दशरथ राठौर, राधेश्याम धाकड़, शोभा लाल नरवाडिया, अनिल छुवाणा,अमित सोलंकी,प.राजेन्द्र शर्मा, आदि श्रद्धालु भक्तों द्वारा प्रसाद वितरण करवाया गया। रामकथा में अठाना, तारापुर ,कनेरा, सुखानंद, मंदसौर आदि , ग्रामीण क्षेत्रों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। धर्म सभा का संचालन एडवोकेट सत्यनारायण शर्मा ने किया। इस अवसर पर भक्ति पंडाल में आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।श्री राम कथा पंडित दशरथ शर्मा भाई जी के श्री मुख से प्रतिदिन दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक प्रवाहित हो रही है। यज्ञ में आहुतियां दी गई..यज्ञ आचार्य कैलाश नारायण शर्मा सीतामऊ वाले के सानिध्य में प्रायश्चित कर्म यज्ञ मंडप प्रवेश, स्थापित देवता पूजन,यज्ञ शुभारंभ सुबह 8से12 बजे तक एवं शाम 4से 6 बजे तक प्रतिदिन पंच कुंडात्मक पंच दिवसीय यज्ञ में विद्वान पंडितों की उपस्थिति में वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ हजारों आहुतियां दी जाएगी।
श्री राम जानकी विवाह में झूमे श्रद्धालु भक्त... श्री राम कथा के मध्य महाराज दशरथ शर्मा भाई जी द्वारा जब श्री राम जानकी विवाह प्रसंग के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्व पर प्रकाश डाला तभी भक्ति पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु भक्तों द्वारा जय जय सियाराम की जय घोष लगाई गई। श्री राम दिव्या मन्दारिया,लक्ष्मण अस्मिता मंदारिया, सीता सुमन बम्बोरिया, ने अभिनय प्रस्तुत किया। श्रद्धालु भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा से श्री राम जानकी विवाह की बधाई के गीत गाकर अगवानी की गई।तो सभी श्रद्धालु भक्त झुम उठे।
कार्यक्रम का शुभारंभ राम दरबार पर पुजा अर्चना से हुआ। कथा में महिलाएं लाल पीले परिधानों मे सहभागी बनीं। श्री राम कथा में श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित विभिन्न भजनों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। श्री राम कथा में श्री राम जी की पूजा अर्चना की गई दशरथ महाराज श्री ने धनुष यज्ञ, ताड़का वध, सुखदेव मुनि, विश्वामित्र, हनुमान जी शंकर भगवान, तुलसी दास जी,जनक के कूल गुरु सत्यानंद, गुरु वशिष्ठ , राम ,शिव कथा, अहिल्याबाई गंगा नदी,सती पार्वती , अयोध्या कांड, ,ऋषि मुनि,वैद पुराण, सहित विभिन्न धार्मिक प्रसंगों के वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व पर प्रकाश डाला। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। आरती व रामायण पौथी पुजन में अल्हेड नपा सीएमओ शिव कुमार श्रीवास्तव, कपिल शर्मा नाथद्वारा, योगेश पालीवाल, नगर परिषद ,जावद अध्यक्ष सोहनलाल माली,सुचित सोनी,विमल नरवाडिया , दिनेश सोलंकी, पुरन चन्देल,दशरथ राठौर, राधेश्याम धाकड़, शोभा लाल नरवाडिया, अनिल छुवाणा,अमित सोलंकी,प.राजेन्द्र शर्मा, आदि श्रद्धालु भक्तों द्वारा प्रसाद वितरण करवाया गया। रामकथा में अठाना, तारापुर ,कनेरा, सुखानंद, मंदसौर आदि , ग्रामीण क्षेत्रों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। धर्म सभा का संचालन एडवोकेट सत्यनारायण शर्मा ने किया। इस अवसर पर भक्ति पंडाल में आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।श्री राम कथा पंडित दशरथ शर्मा भाई जी के श्री मुख से प्रतिदिन दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक प्रवाहित हो रही है। यज्ञ में आहुतियां दी गई..यज्ञ आचार्य कैलाश नारायण शर्मा सीतामऊ वाले के सानिध्य में प्रायश्चित कर्म यज्ञ मंडप प्रवेश, स्थापित देवता पूजन,यज्ञ शुभारंभ सुबह 8से12 बजे तक एवं शाम 4से 6 बजे तक प्रतिदिन पंच कुंडात्मक पंच दिवसीय यज्ञ में विद्वान पंडितों की उपस्थिति में वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ हजारों आहुतियां दी जाएगी।
श्री राम जानकी विवाह में झूमे श्रद्धालु भक्त... श्री राम कथा के मध्य महाराज दशरथ शर्मा भाई जी द्वारा जब श्री राम जानकी विवाह प्रसंग के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्व पर प्रकाश डाला तभी भक्ति पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु भक्तों द्वारा जय जय सियाराम की जय घोष लगाई गई। श्री राम दिव्या मन्दारिया,लक्ष्मण अस्मिता मंदारिया, सीता सुमन बम्बोरिया, ने अभिनय प्रस्तुत किया। श्रद्धालु भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा से श्री राम जानकी विवाह की बधाई के गीत गाकर अगवानी की गई।तो सभी श्रद्धालु भक्त झुम उठे।