दीन दुखियों की सेवा के बिना सच्चा सुख नहीं मिलता - नरेंद्र देव नागदा, बिसलवास खुर्द में श्रीमद् भागवत कथा प्रवाहित....
धार्मिक

अर्जुन जयसवाल नीमच
Updated : May 06, 2025 06:40 PM

नीमच :- दीन दुखियों की सेवा के बिना आत्मा में सच्चे संतोष का सुख नहीं मिलता है। यदि हम पुण्य परमार्थ के लिए जल सेवा के लिए प्याऊ बनवाए तो यह यह पुण्य कर्म हमारी संतान को भी मिलेगा। पुण्य कर्म से ही सच्चा सुख मिलता है। धर्म कर्म पूजा पाठ का फल कभी निष्फल नहीं जाता है।यह बात भागवत आचार्य पंडित नरेन्द्र नागदा ने कही।वे नीमच जिले के छोटे से ग्राम बिसलवास खुर्द निवासी उमाशंकर श्रीमती कमला नागदा , के पुत्र गुणवंत नागदा मेनारिया के सेवानिवृत्ति कार्यक्रमों की पावन उपलक्ष्य में आयोजित श्री मद् भागवत कथा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिसकी जैसी भावना होती है उसको वैसे ही प्रभु के दर्शन होते है। पानी छानकर पीना चाहिए और रिश्ता जानकार करना चाहिए। प्रेम के बिना परिवार में एकता नहीं रहती है। जीवन में सच्चा सुख दूसरों की सेवा से ही आता है। ध्रुव ने 6 वर्ष की अल्पायु में ही भक्ति तपस्या की और भगवान की गोद को प्राप्त किया था। भगवान ने तपस्या से प्रसन्न होकर 36000 वर्षों का राज का वरदान भी प्रदान किया था। गुरु दीक्षा के बिना जीवन अधूरा रहता है। जिस प्रकार एक व्यक्ति एलएलबी की परीक्षा पास कर 10 वर्ष तक किसी अच्छे वकील के साथ अनुभव प्राप्त करने के बाद कोर्ट में प्रकरण जीत जाता है।उसी प्रकार सफल गुरु होने के बाद व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में सफल होता है। जिसके पास सद्गुरु का आशीर्वाद रहता है वह कठिन परिश्रम से भी सफलता प्राप्त कर लेता है। अपने पुण्य कर्म का फल कभी निष्फल नहीं जाता है इसलिए सदैव पुण्य कर्म करते रहना चाहिए। पाप कर्म से सदैव बचना चाहिए। पाप कर्मों की सजा अवश्य मिलती है। हनुमान जी ने अपने जीवन काल में प्रत्येक कार्य श्री राम का नाम लेकर ही किया था इसलिए वे जीवन में हर बार सफल हुए एक बार भी असफल नहीं हुए थे।इसी प्रकार अर्जुन ने कृष्ण से बिना पूछे कोई कार्य नहीं किया था इसलिए अर्जुन हर बार विजयी रहा था। सदगुरु के बिना सफलता नहीं मिलती है हमें हथियार रखने की आवश्यकता नहीं है ।देश में लाखों सेनिक है हम भक्त तपस्या कर इनका आत्म बल बढ़ाए ।हम जितना भजन करेंगे वह हमारे आने वाली पीढ़ी को मिलेगा। ये थे धार्मिक प्रसंग... महाराज श्री ने नृसिंह अवतार,नशा मुक्ति, दधिचि, इन्द्र, हिरण्यकशिपु,हिरणक्श्, भक्त प्रह्लाद, ऋषभदेव, दिगंबर जैन संत, परिक्षित, शुक्राचार्य, वृहस्पति,यक्ष ,अंगदेश,सुनिति , सुरुचि,नैमिषारण्य, नामदेव,मीरा बाई, नारद मुनि,दक्ष प्रजापति ,रुचि प्रजापति, आकृति, देवहूति ,प्रसूति देवकन्या ,प्रियव्रत,नाभि राजा, उत्तानपाद ,पृथ्वी , मरीचि, आदि धार्मिक विषयों के वर्तमान परिपेक्ष्य के महत्व पर प्रकाश डाला।श्रीमद् भागवत कथा का सीधा प्रसारण सत्संग चिंतन युटुब पर किया जा रहा है।श्रीमद् भागवत कथा पोथी पूजन आरती में ... निम्बाहेडा के सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य व भारत विकास परिषद निंबाहेड़ा के अध्यक्ष मांगीलाल मेनारिया,जल सेवक दशरथ मेनारिया, रमेश चंद्र नागदा घसुंडी, मुरली नागदा कानाखेडा भाजपा जिला महामंत्री ममता नागदा, सुगनाबाई नागदा, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। कथा में आज गजेन्द्र मोक्ष - श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा में आज बुधवार को गजेंद्र मोक्ष,हरि अवतार, विष्णु अवतार जैसे विभिन्न धार्मिक विषयों के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा।कार्यक्रम की पावन श्रृंखला में आचार्य नरेंद्र देव नागदा के श्री मुख से श्रीमद्भागवत ज्ञान गंगा प्रतिदिन 4 मई से 10मई तक प्रतिदिन सुबह 11 से 4 बजें तक प्रवाहित होगी।