भारत की भूमि सदैव अखंड सनातन एवं देवताओं की भूमि रही है।पूरे विश्व में सभ्यता और संस्कृति भी यहीं से जन्म लेती है - संत श्री नर्मदानाथ जी, बालीनाथ धाम उज्जैन के पीठाधीश्वर एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता संत श्री नर्मदादास जी महाराज का हुआ अल्प प्रवास पर जावद आगमन...
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निर्मल मूंदड़ा रतनगढ
Updated : July 21, 2025 12:59 PM

रतनगढ़ :- मोक्ष के लिए एवं संपूर्ण जगत के हित के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे।भारत की भूमि सदैव अखंड सनातन एवं देवताओं की भूमि रही है।पूरे विश्व में सभ्यता और संस्कृति भी यहीं से जन्म लेती है।उक्त आशय के विचार महर्षि बालीनाथ धाम उज्जैन के पीठाधीश्वर व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता पूज्य बालयोगी श्री नर्मदा नाथ जी महाराज ने अल्प प्रवास पर जावद आगमन के दौरान वरिष्ठ पत्रकार जगदीश चंद्र न्याति के निवास पर अपने आशीर्वचनों के दौरान व्यक्त किए।संत श्री ने भारत भूमि की विशेषता बताते हुए चार पंक्तियों के माध्यम से कहा कि धन्य-धन्य है।यहां की धरती जहां की भक्ति शक्ति एवं स्वाभिमान कभी बिका नहीं,धन्य है।वह शूरवीर राणा प्रताप जिनकी ताकत के आगे अकबर भी टीका नहीं,क्या फौलादी सीना था।राणा का, जिनके सीने में लगकर तीर टूट जाया करते थे।और जब हिनहिनाया करता था।चेतक, तो मुगलों के भी छक्के छूट जाया करते थे।ऐसा भगवा उड़ाया राणा ने हल्दी घाटी में,कि सूर्य देव भी छूप गए गगन पर,और आदमी तो आदमी क्या,एक घोड़े ने भी अपनी जान दे दी थी।इस वतन पर।संत श्री ने आगे बताया कि हम जात-पात कि संकीर्ण भावना से ऊपर उठकर अगर सोचेंगे तो ही इस देश इस राष्ट्र का कल्याण होगा। और राष्ट्र से ही हमारे सनातन धर्म की रक्षा होगी।धर्म,अर्थ, काम और मोक्ष चारो पुरुषार्थ भगवान के द्वारा बताए गए हैं।और हमारे संत ऋषियों ने भी इन्हीं का प्रचार प्रसार किया है।संत श्री ने स्वामी विवेकानंद के द्वारा कहे गए इन शब्दों के साथ अपनी वाणी को विराम दिया कि अगर बढ़ो तो वट वृक्ष की तरह बढ़ो,और गिरो तो एक बीज की तरह गिरो,जिससे कि गिर कर उठकर हम फिर से अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ सके।इसके पूर्व संत श्री नर्मदा नाथ जी महाराज कुछ समय के लिए न्याति निवास पर पहुंचे।जहां वरिष्ठ पत्रकार जगदीश चंद्र न्याति,अधिवक्ता महेश न्याति एवं पियूष न्याति परिवार के द्वारा उनकी आगवानी कर कुमकुम तिलक पुष्प माला एवं दुपट्टा पहना कर स्वागत सत्कार कर चरण वंदना कर आशिर्वाद लिया।इस दौरान अधिवक्ता सत्यनारायण शर्मा, सत्यनारायण पलोड़, राजेन्द्रसिंह चन्द्रावत, अधिवक्ता सुनिल व्यास,निर्मल मूंदडा आदि श्रद्धालु भक्तो ने भी संत श्री से आशिर्वाद लिया।इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक हेमंत रावत, कुणाल सिंह,अमन माली सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।