बेटे बेटी के जन्म में अंतर नहीं करना चाहिए - रुद्र देवजी त्रिपाठी, 27 दिवसीय शिव महापुराण एवं पार्थिव शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम प्रवाहित....
सामाजिक

अर्जुन जयसवाल नीमच
Updated : July 21, 2025 09:05 PM

नीमच। नारी शक्ति का स्वरूप है। बेटा 8 पीढ़ी को तथा कन्या 25 पीढ़ी को तारने वाली होती है ।कन्या विद्या का स्वरूप कहलाती है। जो बेटा नहीं करता वह बेटियां कर सकती है। संसार में ऐसा कोई कार्य नहीं है जो बेटिया नहीं कर सकती है आज बेटियां हवाई जहाज़, रेल,बस के साथ अंतरिक्ष में भी अपनी प्रतिभा दिखा रही है।बेटे बेटी के जन्म में अंतर नहीं करना चाहिए।यह बात गुरुदेव रुद्रदेव जी त्रिपाठी (जावद वाले) ने कहीं।वे श्री हरि सत्संग मंडल एवं भक्तगण के तत्वाधान में गोमाबाई रोड स्थित लायन्स डेन सभागार में 11 जुलाई से 6 अगस्त तक आयोजित 27 दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा एवं पर्वतीय शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे उन्होंने कहा कि नारी साक्षात जगत की माता व जगदंबा का स्वरूप होती है । नारी जब संतान को जन्म देती है तो सृष्टि की उत्पत्ति कर्तव्य का निर्वहन करती है ।जब संतान का पालन पोषण करती है तो नारायण का कर्तव्य निर्वहन करती है। यदि संतान बुराई के रास्ते पर चले तो उसे सुधार कर बुराई के संहार के कर्तव्य निर्वहन करती है। नारी शक्ति का स्वरूप होती है। नारी की कभी निंदा नहीं करना चाहिए ।जहां नारी का सम्मान होता है वहां उस घर में देवताओं का वास होता है। नारी नर की खान होती है नारी से ही कृष्णा राम ने जन्म लिया है।शिव महापुराण पोथी पूजन आरती में विधायक दिलीप सिंह परिहार, निलेश पाटीदार, अशोक जोशी,हेमंत हरित,आदित्य मालू, नारायण खंडेलवाल,
आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह 8 से 8:30 बजे तक वेद पाठ, 9 से 10 बजे तक हवन ,दोपहर 1 से 3 बजे शिव पुराण कथा, 3 से 4:30 बजे तक 27हजार रुद्राक्ष शिवलिंग पूजन अभिषेक, सोमवार नागपंचमी, प्रदोष, हरियाली अमावस्या पर पार्थिव पूजन अभिषेक,सवालाख महामृत्युंजय मंत्र जाप, काल सर्प पूजन हवन शांति सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। शिव विवाह झांकी सजाई, शिव महापुराण कथा के मध्य जब गुरुदेव रुद्रदेव त्रिपाठी ने शिव पार्वती विवाह के प्रसंग का महत्व प्रतिपादित किया तो भक्ति पंडाल में शिव पार्वती ने प्रवेश किया ।तब श्रद्धालु भक्तों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया। शिव पार्वती विवाह में शिव का अभिनय गौरी तुग्नावत, पार्वती का अभिनय सोनू धनोतिया ने निभाया जो सभी के श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना।
आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह 8 से 8:30 बजे तक वेद पाठ, 9 से 10 बजे तक हवन ,दोपहर 1 से 3 बजे शिव पुराण कथा, 3 से 4:30 बजे तक 27हजार रुद्राक्ष शिवलिंग पूजन अभिषेक, सोमवार नागपंचमी, प्रदोष, हरियाली अमावस्या पर पार्थिव पूजन अभिषेक,सवालाख महामृत्युंजय मंत्र जाप, काल सर्प पूजन हवन शांति सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। शिव विवाह झांकी सजाई, शिव महापुराण कथा के मध्य जब गुरुदेव रुद्रदेव त्रिपाठी ने शिव पार्वती विवाह के प्रसंग का महत्व प्रतिपादित किया तो भक्ति पंडाल में शिव पार्वती ने प्रवेश किया ।तब श्रद्धालु भक्तों ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया। शिव पार्वती विवाह में शिव का अभिनय गौरी तुग्नावत, पार्वती का अभिनय सोनू धनोतिया ने निभाया जो सभी के श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना।