देश के शांति के प्रतीक कबूतर पूरे भारत में आराम से दाना खा रहे है , तो क्या कबूतरों सिर्फ़ मुंबई में ही तकलीफ़ देते है-- हार्दिक हुंडिया, मुंबई में कबूतरों को मारने की साज़िश क्यों ? , क्या मुंबई का कोई देश प्रेमी नेता बोलेगा ?.....
सामाजिक

विनोद सांवला जीरन हरवार
Updated : August 02, 2025 10:58 PM

कबूतरों को कई सालों से जहाँ दाना दिया जाता था , तो वहाँ से कबूतरों को भगाके या मार के , क्या बनाने की मनपा की साज़िश है ? मुजे आज सुबह सुबह मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रतीक दोशी जी का संदेश आया की इंदौर में कबूतर को आराम से दाना डाला जा रहा है और कबूतरों आराम से दाना खा रहे है । एक संदेश राजस्थान से अल्पेश बागरेचा का आया की मेरे घर के बाहर मैंने कबूतरों को दाना पानी के लिये एक कुंडा लगाया है तो मेरी गली में जिनके घर दीक्षा हुई है वो आकर बोलते है की कुंडा हटा दो । दोनों संदेश ने मुजे गहरी सोच में डाल दिया हार्दिक हुंडिया ने कहा की क्या सिर्फ मुंबई के कबूतरों ही नुकशान कर रहे है ? क्या साज़िश है ? है कोई मुंबई का ऐसा मुंबई कर नेता जो ये खोज करे की मुंबई में देश के शांति के प्रतीक को क्यों मारने की साज़िश की गई ? देश में कहीं भी नुकशान ना करने वाले कबूतर क्या सिर्फ़ मुंबई के लोगो के लिये सही नहीं है या कबूतरो जहाँ खाना खाते थे वो जगह पे कुछ और करने की साज़िश है ? क्यों बनाया गया शांति के प्रतीक कबूतरों को निशाना ?? क्यों चुप है हमारे मत से चुनकर आने वाले नेता ? क्या अबोल जीव नहीं बोल सकता तो क्या उनकी पीड़ा बोलने वाला जीव नहीं समज सकते ? क्यों मुंबई महानगर पालिका शांति के प्रतीक कबूतरों की अचानक दुश्मन बन गई ???हार्दिक हुंडिया की दो हाथ जोड़कर विनती है की है कोई ऐसा धर्मप्रेमी नेता , जीव दया प्रेमी नेता , देश प्रेमी नेता जो ये खोज करे की देश के शांति के प्रतीक कबूतरों पूरे भारत में सिर्फ़ मुंबई में ऐसा क्या नुकशान कर दिया की ये अबोल जीवो को खाना देने वालो पर एफ आई आर ? कोई बहुत बड़ी साज़िश है ? है कोई ऐसा जीव दया प्रेमी नेता की इनकी जाँच करके सही को सही , ग़लत को ग़लत साबित करे ?हार्दिक हुंडिया ने कहा की धन्यवाद के पात्र है , जो अबोल जीवो के लिये लड़ते है उनको परमात्मा सत्य के लिये लड़ने के लिये और खूब खूब शक्ति दे ये ही उच्च भावनाओ के साथ मुंबई की गुटर गू कबूतर जीवन को बचाने के लिए आप भी साथ दे।