पंचायत के जिम्मेदारो व प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही से जा सकती है।किसी की भी जान,गरवाड़ा में 8 दिन में तीसरी बड़ी घटना, जानलेवा गड्ढे में समाई मोटर साईकिल...
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निर्मल मूंदड़ा रतनगढ
Updated : July 02, 2025 09:59 PM

रतनगढ़ :- नीमच जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर एवं रतनगढ़ से मात्र 7 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत आलोरी गरवाड़ा के गांव गरवाड़ा में प्रशासनिक लापरवाही और अधूरे पड़े निर्माण कार्यो ने एक बार फिर से एक बड़े हादसे को न्योता दे दिया। पिछले 8 दिनों के भीतर यह तिसरी घटना है। जिसमें वाहन चालक की जान भी जा सकती थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार भांभी मोहल्ला,चारण मोहल्ला,आलोरी चारभुजा नाथ मंदिर तक जाने वाले आम रास्ते या यू कहे कि मुख्य मार्ग के बीचो- बीच लगभग 2 वर्षों पूर्व किसी काम के लिए खोदे गए गड्ढे में एक पूरी मोटर साईकिल समा गई।जिसमे मीनाक्षी पिता प्रहलाद चारण बुरी तरह से घायल हो गई। यह तो गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। वरना पंचायत के जिम्मेदार एवं प्रशासनिक अधिकारी क्या जवाब देते।इस घटना ने ग्रामीणों के गुस्से और भय को और बढ़ा दिया है।घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है। कि सड़क के किनारे खोदा गया गड्ढा कितना गहरा एवं खतरनाक है।और उसमें एक पूरी मोटर साइकिल गिरी हुई है। जिसे तीन-चार ग्रामीण मिलकर निकाल रहे हैं।इसके 6 दिन पूर्व भी आदित्य पिता अरविंद चारण इसी खड्डे में गिरकर घायल हो गया था।साथ ही आज ही घटी तीसरी घटना में लकी पिता लोकेश चारण के भी घायल होने की जानकारी सामने आ रही है।ग्रामीणों का आरोप है।कि गांव में पिछले कई माह से विकास कार्य रुके पड़े है।लेकिन जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों का इसे सुरक्षित करने या पूरा करने की तरफ कोई ध्यान नहीं है।आज की इन दो घटनाओ के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा वे बोले कि ऐसा लग रहा है। कि प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है।हमारी कोई सुनने वाला नहीं है।परेशान ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर वे कई बार सरपंच और सचिव से भी गुहार लगा चुके हैं,लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एक स्थानीय निवासी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रशासन का कैसा रवैया है? वे आंखें मूंद कर कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं।और यहाँ लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है।आज मोटर साइकिल गिरी है,कल अगर कोई बच्चा या व्यक्ति इसमें गिरकर मर गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? क्या प्रशासन किसी की मौत का इंतजार कर रहा है?ग्रामीणों के अनुसार, यह गड्ढा इतना गहरा है।कि इसमें कोई भी इंसान आसानी से समा सकता है,जिससे उसकी जान भी जा सकती है।पिछले कई समय से बंद पड़े काम और अधिकारियों की इस घोर लापरवाही के चलते लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। और वे किसी बड़े आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।