अज्ञात बदमाशों ने आधी रात को केरी ग्राम में फिल्मी स्टाइल में मकान पर चलाई अंधाधुंध गोलियां, खुद दशरथ सिंह तोमर ने ही रची थी योजना....
घटना

दशरथ माली चिताखेड़ा
Updated : July 04, 2025 09:54 PM

चीताखेड़ा :- जीरन थानांतर्गत ग्राम केरी के दशरथ सिंह तोमर के मकान पर फिल्मी स्टाइल में एक फोर व्हीलर इस्कार्पियो वाहन में सवार होकर आए नकाबपोश बदमाशों ने 2 और 3 जुलाई की मध्य रात्रि को वाहन से उतरते ही अंधाधुंध रिवालवर से फायरिंग की। इस वारदात में कोई जनहानि नहीं हुई।खुद दशरथ सिंह ने ही रची थी खुद के मकान पर गोलियां चलाने की योजना।*ओमप्रकाश रावत ने जिला पुलिस अधीक्षक से लगाई निष्पक्ष जांच की गुहार विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि स्कार्पियो में सवार होकर आए नकाबपोश बदमाशों ने पहले तो फिल्मी स्टाइल में मकान की दिवालों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को निशाना बनाया फायरिंग में निशाना चूक जाने से सभी सीसीटीवी कैमरे को कोई नुक्सान नहीं पहुंचा पाए। यह घटना शंकास्पद है इतनी अंधाधुंध फायरिंग होना और किसी को भी खरोच तक नहीं आना।शंका को जन्म दे रही है कारित घटना। मकान में घुसने के बाद भी दिवालों पर फायरिंग, सिर्फ दिवालों पर ही फायरिंग। हमलावरों ने मकान का मुख्य द्वार पर लगा लोहे का दरवाजा जिस वाहन में सवार होकर आए उसी वाहन को रिवर्स गियर देकर दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे और अंदर भी फायरिंग की। घटना के दौरान वीपी सिंह तोमर का कहना है कि हमने भी पत्थर चलाएं। गोलियों की बारिश में कौन पत्थर चलाता है। मामले की रिपोर्ट 3 जुलाई गुरुवार को दशरथ सिंह तोमर ने जीरन थाना पहुंचकर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज कराई। तो वहीं ओमप्रकाश रावत गमेरपुरा ने जिला पुलिस अधीक्षक को लिखित में निष्पक्ष जांच हेतु आवेदन दिया। मामला जीरन पुलिस के पाले में।हमलावर कौन थे किस मामले में आकर हमला किया, मुंह पर सभी ने नकाब बांधे हुए थे जिससे यह पहचान नहीं हो पाई कि हमलावर कौन थे। पुलिस जांच में जुट गई है। ओमप्रकाश रावत गमेरपुरा निवासी का कहना है कि केरी गांव में बुधवार - गुरुवार की मध्य रात्रि को हुई फायरिंग घटना में मेरे छोटे भाई सुनील पिता कारुलाल रावत का नाम किसी पुरानी रंजिश के चलते जोड़ा जा रहा है। मेरे भाई का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। दशरथ सिंह तोमर और वीपी सिंह तोमर द्वारा मुझे धमकाया जा रहा है। बताया कि कुख्यात तस्कर दशरथ सिंह एवं विश्वनाथ सिंह तोमर द्वारा उक्त दिनांक की रात्रि का घटनाक्रम भी इनके द्वारा पूर्व नियोजित किया गया है इसलिए उक्त लोगों के घर व गोडाउन पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाकर सच्चाई की जांच की जा सकती हैं और इसके व गोडाउन की डीवी आर कैमरा सिस्टम से पूरी घटना की सच्चाई से जांच की जा सकती हैं। आवेदन में कहा गया कि इस लोगों ने ही उक्त फायरिंग की घटना को अपने ही शरणार्थी हिस्ट्री शीटरों से योजना बद्ध तरीके से प्रार्थी व उसके भाइयों को फसाने की नियत से कारित करवाई है। ओमप्रकाश ने आवेदन में कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय अधिकारियों से निष्पक्ष, पारदर्शिता से जांच करवाई जावें। और घटना स्थल गोडाउन के घटना के पूर्व से एवं विगत एक दो माह की फुटेज प्राप्त की जावे जिससे सारी सच्चाई समक्ष आ जावेगी की इन कुख्यात तस्करों के यहां कितने अपराधिक लोग आते जाते व शरण लेते हैं और प्रार्थी व उसके भाइयों आदि निर्दोष होने से उनके विरुद्ध असत्य अपराध दर्ज नहीं किया जाए। इस मामले की जांच सीसीटीवी फुटेज के आधार पर निष्पक्ष की जाएं।