शालिग्राम जी ने तुलसी संग रचाया ब्याह,अग्नि को साक्षी मानकर तुलसी संग लिए सात फेरे...
धार्मिक
DESK NEWS
Updated : December 13, 2025 10:58 AM
चीताखेड़ा :- परब्रम्ह योगेश्वर भगवान श्री (शालिग्राम)वासुदेव जी चीताखेड़ा में शनिवार को विमान में सवार होकर डीजे और ढोल ढमाको के साथ बारातियों को लेकर बड़े ही ठाट-बाट और शाही अंदाज में तुलसिया जी से ब्याह रचाने पहुंचे अनिल शर्मा के घर मंडप में।चंवरियां(मंडप ) में अग्नि को साक्षी मानकर लिए सात फेरे चारभुजा नाथ मंदिर से डीजे साउण्ड व ढोल ढमाकों के साथ गांव के विभिन्न मार्गों से निकली जोरदार बिंदोली। बारातियों का जगह-जगह ग्रामीणों ने चाय पानी स्वल्पाहार करवाकर किया स्वागत, बकायदा भगवान श्री कृष्ण ने तोरण मारने के बाद चांवरिया में अग्नि को साक्षी मानकर तुलसी के साथ लिए सात फेरे सहित कई रस्में पूरी तरह निभाई गई। उल्लेखनीय है कि गांव के आचार्य शर्मा ब्राह्मण समाज के धार्मिक एवं सामाजिक प्रवृत्ति की महिला श्रीमती संगीता बाई पति शिक्षक अनिल शर्मा के पुत्र मयंक शर्मा के विवाह आयोजन में । जिसमें श्रीमती संगीता बाई पति अनिल शर्मा ने तुलसी विवाह भी करवाया गया। चारभुजा नाथ मंदिर से भगवान की बारात भी बुलवाई गयी। चारभुजा नाथ मंदिर समिति और प्रभातफेरी रामधुन समिति के अलावा गांव के कई गणमान्य लोग और बड़ी संख्या में महिलाएं भी भगवान श्री कृष्ण के बाराती बनकर डीजे साउण्ड पर कृष्ण भजनों पर नाचते झुमते हुए फटाखों की आतिशबाजी करते गांव के विभिन्न मार्गों से परिभ्रमण करते हुए विवाह मंडप में पहुंचे जहां बारातियों का साफा बंधवाकर फूल-मालाओं से स्वागत किया और विवाह में होने वाली सभी रस्में पूरी तरह निभाई गई। बकायदा भगवान श्री कृष्ण ने तोरण मारा और चांवरिया में अग्नि को साक्षी मानकर तुलसी के साथ सात फेरे लिए और हतेले की रस्म भी की गई जिसमें आमंत्रित अतिथियों द्वारा हतेले में किसी ने नगदी राशि तो किसी ने चांदी के आभूषण झेलाए गए। हतेले में नगदी राशि 11 हजार150 रुपए और बिंदोली में ग्रामीणों द्वारा खोर भरी गई जो राशि भी 4 हजार 520 रुपए तथा चांदी के आभूषण 7 जोड़ी चांदी की बिछुडी , एक चांदी की चैन, एक जोड़ी चांदी के पायजेब, एक अंगुठी प्राप्त हुई। शादी ब्याह में निभाई जाने वाली सभी रस्में पूरी तरह निभाई गई। तुलसी जी को दहेज भी दिया गया। भगवान श्री कृष्ण और तुलसी विवाह में सभी रस्में पूरी होने के बाद बारात में आए सभी बारातियों को सहभोज करवाया गया।