निलीया महादेव झरने में बड़ा हादसा, एसडीआरएफ ने 3 युवकों को बचाया, 2 के शव बरामद...
दुर्घटना

सुरेश नायक निंबाहेड़ा
Updated : July 14, 2025 09:02 PM

चितौड़गढ़। जिले के बस्सी थाना क्षेत्र के निलीया महादेव झरने में रविवार को पिकनिक मनाने पहुंचे 5 युवकों में से 2 की डूबने से मौत हो गई, जबकि एसडीआरएफ की टीम ने जान की बाजी लगाकर 3 युवकों को जिंदा बचा लिया। मृतकों के शव भी कड़ी मशक्कत के बाद बरामद कर लिए गए। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब 12 बजे पुलिस कंट्रोल रूम चितौड़गढ़ से एसडीआरएफ कंट्रोल रूम जयपुर को सूचना मिली कि निलीया महादेव झरने में दो युवक डूब गए हैं। एसडीआरएफ कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देश पर अजमेर की ई-कंपनी की ई-08 रेस्क्यू टीम को मौके पर रवाना किया गया। टीम प्रभारी गोपाल सिंह के नेतृत्व में 9 जवानों की टीम सोमवार सुबह 6:30 बजे मौके पर पहुंची। टीम कमांडर ने घटनास्थल का जायजा लिया और बताया कि 13 जुलाई को तीन युवक झरने में डूबे थे। स्थानीय ग्रामीणों ने एक युवक का शव रात को ही निकाल लिया था, जबकि दो की तलाश जारी थी। झरने की गहराई 20 से 30 फीट होने और तेज बहाव व चट्टानों के कारण मोटर बोट का उपयोग नहीं किया जा सका। ऐसे में टीम ने जिक-जैक लाइन तकनीक और लाइफ जैकेट, रेस्क्यू रोप, बांस-बिलाई की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इसी दौरान दोपहर करीब 12 बजे झरने में पानी की आवक अचानक तेज हो गई और तीन युवक पानी के बीच फंस गए। एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और चैन रेस्क्यू तकनीक से बस्सी निवासी मुकेश (20), रामसिंह (22) और गणपतराम (23) को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद टीम ने फिर सर्च ऑपरेशन चलाया और दोपहर 12:15 बजे नरेंद्र (21), निवासी सातलावास, नागौर और 12:30 बजे प्रदीप (23), निवासी जोधपुर के शव बरामद किए। दोनों शवों को स्थानीय प्रशासन को सुपुर्द किया गया। रेस्क्यू टीम में श्रवणराम, घमण्डाराम, राजेन्द्र जाखड़, रामअवतार, शंकरलाल, राजेश कुमार, संतोष स्वामी और जयप्रकाश शामिल रहे।
जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब 12 बजे पुलिस कंट्रोल रूम चितौड़गढ़ से एसडीआरएफ कंट्रोल रूम जयपुर को सूचना मिली कि निलीया महादेव झरने में दो युवक डूब गए हैं। एसडीआरएफ कमांडेंट राजेंद्र सिंह सिसोदिया के निर्देश पर अजमेर की ई-कंपनी की ई-08 रेस्क्यू टीम को मौके पर रवाना किया गया। टीम प्रभारी गोपाल सिंह के नेतृत्व में 9 जवानों की टीम सोमवार सुबह 6:30 बजे मौके पर पहुंची। टीम कमांडर ने घटनास्थल का जायजा लिया और बताया कि 13 जुलाई को तीन युवक झरने में डूबे थे। स्थानीय ग्रामीणों ने एक युवक का शव रात को ही निकाल लिया था, जबकि दो की तलाश जारी थी। झरने की गहराई 20 से 30 फीट होने और तेज बहाव व चट्टानों के कारण मोटर बोट का उपयोग नहीं किया जा सका। ऐसे में टीम ने जिक-जैक लाइन तकनीक और लाइफ जैकेट, रेस्क्यू रोप, बांस-बिलाई की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इसी दौरान दोपहर करीब 12 बजे झरने में पानी की आवक अचानक तेज हो गई और तीन युवक पानी के बीच फंस गए। एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और चैन रेस्क्यू तकनीक से बस्सी निवासी मुकेश (20), रामसिंह (22) और गणपतराम (23) को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद टीम ने फिर सर्च ऑपरेशन चलाया और दोपहर 12:15 बजे नरेंद्र (21), निवासी सातलावास, नागौर और 12:30 बजे प्रदीप (23), निवासी जोधपुर के शव बरामद किए। दोनों शवों को स्थानीय प्रशासन को सुपुर्द किया गया। रेस्क्यू टीम में श्रवणराम, घमण्डाराम, राजेन्द्र जाखड़, रामअवतार, शंकरलाल, राजेश कुमार, संतोष स्वामी और जयप्रकाश शामिल रहे।